उत्तराखंड के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल कैंचीधाम में बढ़ती भीड़ को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में अहम फैसले लिए। मुख्यमंत्री आवास में हुई इस बैठक में उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेले की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए तीन स्तरों पर—तात्कालिक, मध्यकालिक और दीर्घकालिक योजनाएँ बनाई जाएं।
सीएम धामी ने कहा कि मौजूदा हालात को संभालने के लिए तात्कालिक कदम तुरंत उठाए जाएं, वहीं भविष्य में बेहतर और स्थायी व्यवस्था के लिए मजबूत योजनाएं तैयार की जाएं। उन्होंने सेनेटोरियम से भवाली पेट्रोल पंप तक लगभग 3 किलोमीटर सड़क के कटिंग और विस्तार कार्य को युद्धस्तर पर पूरा करने के निर्देश दिए, ताकि यातायात और सुचारू हो सके।
🔍 श्रद्धालुओं की संख्या में भारी उछाल
जिलाधिकारी नैनीताल, वंदना सिंह ने जानकारी दी कि हर साल कैंचीधाम आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है। पिछले साल करीब 24 लाख श्रद्धालुओं ने यहाँ दर्शन किए, जबकि पहले यह आंकड़ा औसतन 8 लाख के आसपास ही रहता था। इस बार अनुमान है कि 2.5 से 3 लाख श्रद्धालु मेले के दौरान पहुँच सकते हैं।
🔧 ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण के लिए तैयारी पूरी
जिलाधिकारी ने बताया कि कैंचीधाम की धारण क्षमता सीमित है, लेकिन मेले के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में एक व्यवस्थित ट्रैफिक और भीड़ नियंत्रण योजना तैयार की गई है। भविष्य में ऑनलाइन पंजीकरण व्यवस्था और श्रद्धालु सीमा निर्धारित करने का सुझाव भी सामने आया है, ताकि दर्शन यात्रा सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाई जा सके।
🧑💼 बैठक में कई वरिष्ठ अधिकारी रहे मौजूद
इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव शैलेश बगौली, एडीजी ए.पी. अंशुमान, और एसएसपी पी.एस. मीना समेत कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। वर्चुअल माध्यम से आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल ने भी भाग लिया। सभी ने इस बात पर सहमति जताई कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सर्वोपरि है।