टिहरी के गजा में मंगलवार का दिन बेहद खास रहा, जब उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पहली बार आयोजित तीन दिवसीय गजा घण्टाकर्ण महोत्सव-2025 का विधिवत शुभारंभ किया। उन्होंने घण्टाकर्ण मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की और राज्य आंदोलन की शहीद बेलमती चौहान को श्रद्धांजलि देते हुए उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस ऐतिहासिक मौके पर सीएम ने समस्त प्रदेशवासियों को महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। 🙏
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे महोत्सव हमारी धरोहर, परंपरा और संस्कृति को जीवंत बनाए रखने में अत्यंत अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने बताया कि यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यहां से हरिद्वार और हिमालय के दर्शन भी होते हैं – एक ऐसा दृश्य जो किसी तीर्थ से कम नहीं।
🌄 पर्यटन को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय विकास को गति देने के मकसद से आयोजित इस महोत्सव को मुख्यमंत्री ने “एक नई शुरुआत की नींव” करार दिया। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जब तक गांव, पंचायत और हर जिला आगे नहीं बढ़ेगा, तब तक विकसित भारत का सपना अधूरा रहेगा।
🎯 उन्होंने भरोसा जताया कि उत्तराखंड को देश का सबसे श्रेष्ठ राज्य बनाने से अब कोई नहीं रोक सकता। भारत की अर्थव्यवस्था चौथे स्थान पर पहुंच गई है और जल्द ही यह तीसरे स्थान पर होगा। उन्होंने उज्जैन, अयोध्या, केदारनाथ और बद्रीनाथ में हो रहे विकास कार्यों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि यह “अमृतकाल” भारत की सांस्कृतिक विरासत का स्वर्ण युग है।
मुख्यमंत्री ने गजा क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों की भी जानकारी दी:
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₹30 करोड़ की लागत से पॉलीटेक्निक कॉलेज
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₹24 करोड़ से हेंवलघाटी पेयजल योजना
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नगर पंचायत कार्यालय, गौशाला, विश्राम गृह का निर्माण
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“वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट” और “हाउस ऑफ हिमालय” ब्रांड के तहत लोकल उत्पादों का निर्माण
👩🎓 महिलाओं की आत्मनिर्भरता की बात करते हुए उन्होंने बताया कि स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं आज ऐसे उत्पाद बना रही हैं, जो विदेशी ब्रांड्स को भी टक्कर दे रहे हैं। उन्होंने कौशल विकास, पर्यटन, नई फिल्म नीति, और एप्पल मिशन जैसे अभियानों को “उत्तराखंड की उड़ान” बताया।
🛡️ मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की उपलब्धियां गिनाईं—समान नागरिक संहिता, नकल विरोधी कानून, धर्मांतरण कानून, सख्त भू-कानून और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस। उन्होंने गर्व से बताया कि 100 से अधिक नकल माफिया जेल भेजे गए और करीब 23,000 युवाओं को सरकारी नौकरी मिली है।
🎭 महोत्सव के दौरान स्कूली बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, लोकगीतों और झांकियों के माध्यम से दर्शकों का दिल जीत लिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के माता-पिता और आयोजकों का विशेष रूप से आभार जताया और कहा कि उत्तराखंड की माताएं और बहनें विदेशों में भी अपनी संस्कृति को सहेजे हुए हैं।
🌟 इस अवसर पर मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया, जिनका चयन एमबीबीएस, आईआईटी, एनआईटी और भारतीय नौसेना जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में हुआ है। मुख्यमंत्री ने शहीद विक्रम सिंह नेगी के गांव की सड़क को उनके नाम पर रखने की भी घोषणा की।
🎙️ इस आयोजन में शामिल हुए कई गणमान्य अतिथियों में वन मंत्री सुबोध उनियाल, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, लोक गायक प्रीतम भरतवाण सहित सैकड़ों स्थानीय लोग शामिल हुए। महोत्सव ने साबित कर दिया कि गजा न केवल एक सांस्कृतिक धरोहर है, बल्कि विकास की नई कहानी भी बन रहा है।