📰 “लोक-साहित्य को मिलेगी डिजिटल उड़ान, उत्तराखण्ड सरकार ने खोली नई राहें”
देहरादून। अब उत्तराखण्ड की लोककथाएं, पहाड़ी बोलियां और सदियों पुराना लोकसाहित्य केवल किताबों तक सीमित नहीं रहेगा — उन्हें डिजिटल रूप में संरक्षित कर नई पीढ़ी तक पहुंचाया जाएगा। यह ऐलान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में उत्तराखण्ड भाषा संस्थान की साधारण सभा और कार्यकारिणी समिति की बैठक कीपढ़ना जारी रखें