🌺 लाटू धाम में उमड़ी श्रद्धा की भीड़: CM धामी बोले – यह केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि आस्था, परंपरा और एकता का पर्व है 🙏

उत्तराखंड के चमोली ज़िले के वांण गांव में सोमवार का दिन खास रहा। हर साल की तरह इस बार भी सिद्धपीठ लाटू देवता मंदिर

के कपाट विधिपूर्वक खोले गए, लेकिन इस बार माहौल कुछ अलग था। आस्था और परंपरा के इस संगम में खुद मुख्यमंत्री

पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। उन्होंने न सिर्फ पूजा-अर्चना की, बल्कि प्रदेश और देश की समृद्धि के लिए प्रार्थना भी की।

मुख्यमंत्री के लाटू धाम पहुंचते ही जयकारों से घाटी गूंज उठी। मंदिर में पूजा के बाद आयोजित सभा का आगाज़

उन्होंने माँ नंदा और लाटू देवता के जयकारों से किया। इस अवसर पर उन्होंने भारतीय सेना के अद्वितीय साहस का अभिनंदन किया,

खासकर हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद सेना द्वारा की गई कार्रवाई की प्रशंसा करते हुए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड न सिर्फ चारधाम बल्कि तुंगनाथ, रुद्रनाथ, जागेश्वर, आदि कैलाश और आदि बद्री जैसे अनगिनत

धार्मिक स्थलों का धाम है। साथ ही राज्य के हर छोटे-बड़े मंदिर हमारी सांस्कृतिक विरासत की जीती-जागती मिसाल हैं।

लाटू धाम के बारे में उन्होंने कहा कि यह केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि हजारों साल पुरानी परंपराओं का प्रतीक है।

यहां आंखों पर पट्टी बांधकर दर्शन करने की परंपरा यह सिखाती है कि सच्ची आस्था आँखों से नहीं, दिल से होती है।

उन्होंने यह भी कहा कि उत्तराखंड को वे भारत ही नहीं, पूरे विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाना चाहते हैं।

इसके लिए सरकार धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार, सांस्कृतिक धरोहरों का संरक्षण और मंदिरों के आसपास सुविधाओं का विकास कर रही है।

चारधाम यात्रा का ज़िक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इस समय यात्रा सुचारु रूप से संचालित हो रही है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही पहलों की सराहना की और बताया कि राज्य सरकार तीर्थयात्रियों को बेहतर

अनुभव देने के लिए ऑल वेदर रोड, हेलीकॉप्टर सेवा और स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार कर रही है।

विकास कार्यों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन का निर्माण तेज़ी से हो रहा है।

इसके साथ ही बद्रीनाथ और केदारनाथ में मास्टर प्लान के तहत यात्री सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि उत्तराखंड सरकार जनहित को सर्वोपरि मानती है। समान नागरिक संहिता लागू करना हो या

धर्मांतरण और दंगा रोधी कानून, सरकार ने वादों को निभाया है। भू-माफियाओं पर भी सख्त कार्रवाई की जा रही है।

लाटू धाम में उन्होंने भविष्य की योजनाओं की भी झलक दी। कुलसारी में उप-जिला चिकित्सालय, बाढ़ सुरक्षा और हेलीपैड

निर्माण जैसे कार्यों का ऐलान किया गया। इसके अलावा, स्थानीय विधायकों की मांगों को सुनकर उन्हें दीर्घकालिक,

मध्यकालिक और अल्पकालिक योजनाओं में शामिल करने का आश्वासन दिया गया।

मुख्यमंत्री ने वर्ष 2026 में होने वाली माँ नंदा देवी राजजात यात्रा की तैयारियों पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने सड़कों,

पार्किंग और अन्य यात्री सुविधाओं को विकसित करने के लिए योजनाबद्ध कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि

यह यात्रा भव्य और दिव्य रूप में आयोजित की जाएगी और इसकी सभी तैयारियों की सख्त मॉनिटरिंग की जा रही है।

इस अवसर पर कई गणमान्य लोग भी मौजूद रहे, जिनमें थराली विधायक भूपाल राम टम्टा, कर्णप्रयाग विधायक अनिल,

जड़ी-बूटी सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष बलबीर घुनियाल, भाजपा जिलाध्यक्ष गजपाल बर्त्वाल, आयोजन समिति के अध्यक्ष

कृष्णा सिंह, जिलाधिकारी संदीप तिवारी और पुलिस अधीक्षक सर्वेश पंवार शामिल थे।