📰 “धामी सरकार का ‘करप्शन पर वार’ मिशन: रिश्वतखोरी पर कसे शिकंजे, 150 से ज्यादा आरोपी पहुंचाए गए सलाखों के पीछे”

उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में छेड़ा गया युद्ध अब निर्णायक मोड़ पर है।

“जीरो टॉलरेंस ऑन करप्शन” की नीति को सिर्फ नारे तक सीमित नहीं रखा गया, बल्कि इसे धरातल पर उतारते हुए

ऐसे ठोस कदम उठाए गए हैं जिनसे भ्रष्ट तंत्र की जड़ें हिलने लगी हैं।

ताजा मामला नैनीताल जिले का है, जहां शुक्रवार को विजिलेंस टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुख्य कोषाधिकारी

और कोषागार के एकाउंटेंट को ₹1.20 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों धर दबोचा। यह गिरफ्तारी मुख्यमंत्री धामी

द्वारा भ्रष्टाचार पर सख्त कार्रवाई के निर्देशों का नतीजा है, जिनका असर अब स्पष्ट रूप से नजर आ रहा है।

💼 हर स्तर पर कार्रवाई, कोई नहीं बख्शा गया

पिछले तीन वर्षों में सरकार की सख्ती के चलते 150 से अधिक अधिकारी—चाहे वे आईएएस हों, आईएफएस, इंजीनियर,

जीएसटी असिस्टेंट कमिश्नर या निचले स्तर के कर्मचारी—कानून की गिरफ्त में आ चुके हैं। विजिलेंस और अन्य कानून प्रवर्तन

एजेंसियों ने न केवल आरोपियों को पकड़ा, बल्कि यह भी दिखा दिया कि उत्तराखंड अब भ्रष्टाचारियों की शरणस्थली नहीं रहा।

👨‍🏫 शिक्षा में भी पारदर्शिता की लहर

केवल प्रशासनिक तंत्र ही नहीं, बल्कि शिक्षा व्यवस्था को भी साफ-सुथरा करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं।

राज्य सरकार द्वारा लागू किए गए नकल विरोधी कानून के तहत संगठित माफियाओं और दलालों पर करारा प्रहार किया गया है।

अब तक 80 से अधिक नकल माफियाओं को सलाखों के पीछे भेजा जा चुका है। नतीजा? तीन वर्षों में करीब 23,000 युवाओं

को बिना किसी गड़बड़ी के सरकारी नौकरियां मिलीं, और नकल की एक भी शिकायत सामने नहीं आई।

🚨 कुछ प्रमुख गिरफ्तारियां जो बनीं चर्चा का विषय:

  • 🏦 मुख्य कोषाधिकारी व एकाउंटेंट, नैनीताल: ₹1.20 लाख रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार।

  • 🏗️ AE, लोक निर्माण विभाग (नैनीताल): ₹10,000 की रिश्वत में पकड़े गए।

  • JE, बिजली विभाग (हरबर्टपुर): ₹15,000 की रिश्वत लेते धरा गया।

  • 👮‍♂️ एलआईयू कर्मी (रामनगर): उप निरीक्षक व मुख्य आरक्षी को पकड़ा गया।

  • 🚗 आरटीओ कर्मचारी (कोटद्वार): ₹3,000 की रिश्वत में गिरफ्तार।

  • 🚌 रोडवेज AGM (काशीपुर): ₹90,000 की मांग पर दबोचा गया।

  • 🏫 खंड शिक्षा अधिकारी (खानपुर): ₹10,000 की घूस लेते धरा गया।

  • 💰 GST असिस्टेंट कमिश्नर (देहरादून): ₹75,000 की रिश्वत लेते पकड़ा गया।

  • 🥃 जिला आबकारी अधिकारी (रुद्रपुर): ₹1 लाख की घूस मांगते हुए गिरफ्तार।

  • 🧭 कानूनगो (पौड़ी): भूमि सीमांकन में ₹15,000 लेते रंगे हाथ पकड़ा गया।